 
        कलयुग मे न्याय की एक आंख फूटी | कृपाल सिंह पायक शानदार लोकगीत | रामवीर स्टूडियो 94 | कलयुग गीत
 
        कंचन सी काया काये नशा रये कुसंग में | कृपाल सिंह पायक शानदार चेतावनी भजन | रामवीर स्टूडियो 94
 
        हर प्रकार से घमंड करने वाले एक बार जरूर सुने इंद्रपाल सिंह पायक रामवीर स्टूडियो 94 शानदार प्रस्तुति
 
        कृष्ण सुदामा चरित्र / कृपाल सिंह पायक / Ramveer studio 94 / sudama ki jhopdi mahal mein badal gai
 
        कमा कमा के गई उमरिया | चेतावनी भजन जगभान प्रजापति | रामवीर स्टूडियो 94 बुंदेली भजन
 
        करले राम को भरोसो | दुनिया मे नईया कोऊ काऊ को | कृपाल सिंह पायक | चेतावनी भजन | रामवीर स्टूडियो 94
 
        हाथ जोड़कर बोले बजरंग लंका हमने कबे जलाई | इंद्रपाल सिंह पायक प्रधान | लंका दहन ,रामवीर स्टूडियो 94
 
        कर लो भजन दिल खोल कें | chetavni bhajan | कृपाल सिंह पायक | ramveer studio 94 | न्यू बुंदेली लोकगीत
 
        भजन कर लो ,चार दिन उमरिया | कृपाल सिंह पायक | चेतावनी भजन | रामवीर स्टूडियो 94 | बुन्देली भजन-कीर्तन
 
        सीता राम के विना भूली वन वन भटकी | कृपाल सिंह पायक भजन कीर्तन | रामवीर स्टूडियो 94 ,राम भजन-कीर्तन
 
        हीरा सी उमरिया खो दई राखो नईयां ध्यान | कृपाल सिंह पायक शानदार चेतावनी भजन | रामवीर स्टूडियो 94
 
        कलयुग में मोहन अवतार ना ले लईयो | अवधेश कुमार सिंगेपुर | कृपाल सिंह रामवीर स्टूडियो 94
 
        भूले पुरखन की रीत | कृपाल सिंह पायक | बुंदेली चेतावनी गीत | रामवीर स्टूडियो 94
 
        ज्यादा करो ना भोले तंग | bhole karo na jyada tang | अवधेश कुमार ,रामवीर स्टूडियो 94
 
        तिनक तिनक तिन तिन्ना नाक कटा आई बिन्ना | suno bhawani banna ka gana | कृपाल सिंह पायक शानदार लोकगीत
 
        रडुआ एक दूजे से कायें | कृपाल सिंह पायक | बुंदेली हास्य लोकगीत | रामवीर स्टूडियो 94
 
        कोयलिया बोली रे भजन//कृपाल सिंह पायक बैरवारा//रामवीर स्टूडियो 94//कोयलिया बोली रे अमुआ की डाल अपनो
 
        नाये गिरत सो कुआं रामधई माये गिरत सो खाई | कृपाल सिंह पायक | संध्या प्रजापति | ramveer studio 94
 
        होते वीर सामे लड़ते मोसें आके रे//कृपाल सिंह पायक//बुंदेली लोकगीत//bundeli lokgeet/ramveer studio 94
 
        जीवन देकर जीवन को संजोते वो मां बाप ही होते || कृपाल सिंह पायक शानदार लोकगीत || रामवीर स्टूडियो 94